यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए ब्रेन बूस्टर (विषय: प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 3.0 (Pradhan Mantri Kaushal Vikas Yojana - PMKVY 3.0)

यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए ब्रेन बूस्टर (Brain Booster for UPSC & State PCS Examination)


यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स ब्रेन बूस्टर (Current Affairs Brain Booster for UPSC & State PCS Examination)


विषय (Topic): प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 3.0 (Pradhan Mantri Kaushal Vikas Yojana - PMKVY 3.0)

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 3.0 (Pradhan Mantri Kaushal Vikas Yojana - PMKVY 3.0)

चर्चा का कारण

  • हाल ही में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तीसरे चरण (पीएमकेवीवाई 3.0) का शुभारंभ किया गया है।

प्रमुख बिन्दु

  • गौरतलब है कि कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) ने रोजगार आधारित कौशल (employable skills) के साथ भारत के युवाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास
    योजना के तीसरे चरण का शुभारंभ किया है।
  • इसमें 300 से अधिक पाठ्यक्रमों के साथ लगभग 600 केंद्रों में ‘पीएमकेवीवाई 3.0’ योजना की शुरूआत की गई है जो कि 717 जिलों, 28 राज्यों/आठ केंद्र शासित प्रदेशों में शुरू किया गया पीएमकेवीवाई का तीसरा चरण ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनाने की तरफ एक और कदम है।
  • इसके अलावा पीएमकेवीवाई 3.0 को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में परिष्कृत ढंग से लागू किया जाएगा जिसके तहत राज्य कौशल विकास मिशनों (एसएसडीएम) के मार्गदर्शन में जिला कौशल समितियां (डीएससी) जिला स्तर पर कौशल अंतर को दूर करने तथा आवश्यकताओं का आकलन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।

पीएमकेवीवाई 3.0 का लक्ष्य

  • इसका लक्ष्य जरूरत के अनुसार कौशल प्रशिक्षण के लिए मांग-आधारित कार्यक्रम चलाना है। इसके अतिरिक्त, पीएमकेवीवाई 3.0 के दृष्टिकोण में कार्यक्रमों का विकेंद्रीकरण भी शामिल है।
  • स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तीसरे चरण को वैश्विक एवं स्थानीय दोनों स्तरों पर बदलती मांगों के अनुसार बनाए रखने के लिए तैयार किया गया है।
  • पीएमकेवीवाई 3.0 की शुरुआत के साथ ही नए युग और उद्योग 4.0 में नौकरी की भूमिका के क्षेत्रों में कौशल विकास को बढ़ावा देकर मांग एवं आपूर्ति के बीच की खाई को पाटने पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
  • नई राष्ट्रीय शैक्षिक नीति समग्र विकास और रोजगार बढ़ाने के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित करती है, इसलिए पीएमकेवीवाई 3.0 की भूमिका युवाओं को उद्योग से जुड़े अवसरों के लिए प्रारंभिक स्तर पर व्यावसायिक शिक्षा के प्रचारक के रूप में होगी।
  • साथ ही पीएमकेवीवाई 3.0’ योजना अधिक प्रशिक्षण पर केंद्रीकृत होगी और इसमें आकांक्षापूर्ण भारत की समस्त जरूरतों को पूरा करने पर ध्यान दिया जायेगा।

पीएमकेवीवाई 3.0 के लाभ

  • पीएमकेवीवाई 3.0 के साथ, भारत कौशल विकास के एक नए प्रतिमान में प्रवेश करेगा जो आवश्यकता के अनुसार कौशल विकास प्रदान करने, डिजिटल प्रौद्योगिकी तथा उद्योगों के 4.0 कौशल पर ध्यान केंद्रित करेगा।
  • सरकार के विकास प्रायोजित एजेंडे को ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ दृष्टिकोण द्वारा निर्देशित किया जाता है। इसे ध्यान में रखते हुए कि, पीएमकेवीवाई का तीसरा चरण राज्य, जिला और ब्लॉक स्तर पर बढ़ते हुए संपर्क को और मजबूत करके परिणाम प्राप्त करने की दिशा में एक प्रगतिशील कदम है।

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना

  • प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना की शुरुआत भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय द्वारा वर्ष 2015 में की गई थी।
  • इस योजना के अब तक कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय द्वारा तीन चरण लांच किए जा चुके हैं।
  • इस योजना का उद्देश्य भारत की युवा आबादी को कौशलयुक्त करना है ताकि जनसांख्यिकीय लाभांश का फायदा उठाया जा सके।
  • प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना को राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।
  • प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना ने वर्ष 2015 में मानक प्रशिक्षण आकलन एवं पारितोषिक (Standard Training Assessment and Reward-STAR) योजना का स्थान लिया था।