यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए ब्रेन बूस्टर (विषय: करलापट वन्यजीव अभयारण्य (Karlapat Wildlife Sanctuary)

यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए ब्रेन बूस्टर (Brain Booster for UPSC & State PCS Examination)


यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स ब्रेन बूस्टर (Current Affairs Brain Booster for UPSC & State PCS Examination)


विषय (Topic): करलापट वन्यजीव अभयारण्य (Karlapat Wildlife Sanctuary)

करलापट वन्यजीव अभयारण्य (Karlapat Wildlife Sanctuary)

चर्चा का कारण

  • हाल ही में ओडिशा के कालाहांडी जिले के करलापट वन्यजीव अभयारण्य (Karlapat Wildlife Sanctuary) में पिछले कुछ दिनों में छह हाथियों की मौत हो गई है।

प्रमुख बिन्दु

  • ओडिशा के कालाहांडी जिले के करलापट वन्यजीव अभयारण्य में केवल 14 दिनों में छह हाथियों की मौत के बाद, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जानलेवा बीमारियों को रोकने के लिए तत्काल उपाय किए जाएँ।
  • वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान, पटनायक ने कालाहांडी के जिला प्रशासन और प्रभागीय वनाधिकारी (Divisional Forest Officer -DFO) को निर्देश दिया कि वे करलापट वन्यजीव अभयारण्य के पास के गांवों में मवेशियों का टीकाकरण सुनिश्चित करें।
  • उन्होंने कहा कि अभयारण्य के सभी जल निकायों को कीटाणुरहित किया जाना चाहिए और पानी के नमूनों को परीक्षणों के लिए प्रयोगशाला में भेजा जाना चाहिए।

हाथियों की मौत का कारण

  • ओडिशा के कालाहांडी जिले के प्रभागीय वनाधिकारी (Divisional Forest Officer -DFO) के मुताबिक, करलापट वन्यजीव अभयारण्य में पिछले कुछ दिनों में हाथियों की मौत का कारण हैमरेज सेप्टिसीमिया (Haemorrhage Septicemia-HS) है।
  • हैमरेज सेप्टिसीमिया एक बैक्टीरिया जनित बीमारी है। इस बैक्टीरिया का नाम पेस्टुरेल्ला मल्टीडिडा (Pasteurella multidida) है।
  • जब जानवर इस बैक्टीरिया से संक्रमित पानी या मिट्टी के संपर्क में आते हैं तो उनके संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है।
  • यह एक संक्रामक बीमारी है जो एक जानवर से दूसरे जानवर में भी फैलती है।
  • हैमरेज सेप्टिसीमिया में जानवरों के श्वसन तंत्र और फेफड़े प्रभावित होते हैं, जिससे गंभीर निमोनिया हो सकता है। यह बीमारी भारत में समान्यतया पर मानसून से पहले और बाद की अवधि में फैलती है।
  • हैमरेज सेप्टिसीमिया बीमारी से ज्यादातर पानी भैंस, मवेशी और बाइसन (bison) को प्रभावित होते हैं।
  • यह मुख्य रूप से संक्रमित पशुओं में उच्च मृत्यु दर के साथ पानी भैंस (water buffalo), मवेशी और बाइसन (bison) को प्रभावित करता है। कुछ दिनों पूर्व ओडिशा के केंद्रपाड़ा में इससे बीमारी के चलते लगभग 40 भैंसों की मृत्यु हो गई थी।

करलापट वन्यजीव अभयारण्य

  • यह वन्यजीव अभयारण्य ओडिशा के कालाहांडी जिले में लगभग 175 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है।
  • यहाँ विभिन्न प्रकार के वन्यजीव व वनस्पतियाँ (यथा-पर्णपाती वन आदि) पाई जाती हैं। वन्यजीवों में हाथी, तेंदुआ, गौर, सांभर, छालदार हिरण, भारतीय भेडि़या, जंगली कुत्ता, जंगली सुअर, सुस्ती के लिए प्रसिद्ध है भालू, मालबार विशाल गिलहरी और पैंगोलिन हाथी, तेंदुआ, गौर, सांभर, बार्किंग डियर, भारतीय भेडि़या, जंगली कुत्ता, जंगली सुअर, भालू, मालबार विशाल गिलहरी मगरमच्छ, छिपकली, सांप और पैंगोलिन आदि यहाँ पाये जाते हैं।
  • 2018 की जनगणना के अनुसार इस अभयारण्य में लगभग 17 हाथी थे।
  • इसके अलावा, विभिन्न प्रकार के पक्षी जैसे मोर, हॉर्नबिल, रेड जंगल फाउल, पार्टरिड्स, स्पुरफॉल, हिल मैना, ब्राह्मणी पतंग आदि पाए जाते हैं।
  • यहाँ के वनों में साल, बीजा, आसन, हरिदा, अमाला, बहड़ा और बांस जैसी वनस्पतियां पाई जाती हैं। इसके अतिरिक्त, यहाँ औषधीय पौधों की किस्में भी पाई जाती हैं।