यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए ब्रेन बूस्टर (विषय: द इंडिया एनर्जी आउटलुक रिपोर्ट, 2021 (India Energy Outlook Report, 2021)

यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए ब्रेन बूस्टर (Brain Booster for UPSC & State PCS Examination)


यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स ब्रेन बूस्टर (Current Affairs Brain Booster for UPSC & State PCS Examination)


विषय (Topic): द इंडिया एनर्जी आउटलुक रिपोर्ट, 2021 (India Energy Outlook Report, 2021)

द इंडिया एनर्जी आउटलुक रिपोर्ट, 2021 (India Energy Outlook Report, 2021)

चर्चा का कारण

  • हाल ही में अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी IEA ने एनर्जी आउटलुक रिपोर्ट-2021 जारी की है जिसके मुताबिक भारत 2030 तक यूरोपीय संघ को पीछे छोड़कर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोक्ता बन जाएगा।

रिपोर्ट के मुख्य बिंदु

  • रिपोर्ट के अनुसार अगले दो दशक तक ऊर्जा की मांग में होने वाली बढ़ोतरी को सबसे बड़ी बाधा बताया जा रहा है।
  • इस समय चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ के बाद भारत चौथा सबसे बड़ा वैश्विक ऊर्जा उपभोक्ता है।
  • 2019 से 2040 तक वैश्विक ऊर्जा मांग में बढ़ोतरी का लगभग एक चौथाई हिस्सा भारत से आएगा, जो किसी भी दूसरे देश के मुकाबले अधिक है।
  • वर्ष 2040 तक भारत का पावर सिस्टम यूरोपीय संघ को पीछे छोड़कर काफी आगे निकल जाएगा। बिजली के उत्पादन में भारत ईयू को कहीं पीछे छोड़ देगा। इसमें करीब 30 फीसद की हिस्सेदारी अक्षय ऊर्जा की होगी।
  • आने वाले वर्षों में भारत प्राकृतिक गैस के उपयोग के लिए एक बड़ा बाजार बनकर सामने आएगा। वर्ष 2040 तक इसकी मांग में तीन गुना की वृद्धि की संभावना जताई गई है।
  • स्टील उत्पादन में भी भारत के आगे बढ़ने की उम्मीद इस रिपोर्ट में जताई गई है।
  • इसी तरह से प्राकृतिक गैस वर्ष 2040 तक 201 बिलियन क्यूबिक मीटर और कोयले की मांग करीब 772 मिलियन टन की होगी जो अभी 590 टन है। भारत को इस बढ़ती मांग की आपूर्ति के लिए जैव ईंधन को बाहर से खरीदना होगा।
  • बढ़ती तेल की मांग 2030 तक भारत के तेल आयात बिल को लगभग 181 बिलियन डॉलर तक बढ़ा सकती है और 2019 की तुलना में 2040 तक इसे बढ़ाकर $255 बिलियन कर सकती है। इससे विदेशी तेल पर निर्भरता 2030 तक 90% और 2040 तक 92% होने की उम्मीद है।

अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी

  • अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) एक स्वायत्त संगठन है जो विश्वसनीय, सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा सुनिश्चित करने के लिए काम करता है।
  • इसकी स्थापना 1973 के बाद हुई थी।
  • इसका मुख्यालय पेरिस, फ्रांस में है।
  • विश्व ऊर्जा आउटलुक रिपोर्ट आईईए द्वारा प्रतिवर्ष जारी किया जाता है।
  • भारत 2017 में अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी का एक सहयोगी सदस्य बन गया।
  • फरवरी 2018 में मेक्सिको आधिकारिक तौर पर अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी का 30 वां सदस्य देश बन गया और लैटिन अमेरिका में इसका पहला सदस्य है।

निष्कर्ष

  • भारत के ऊर्जा में इतना आगे होने की एक बड़ी वजह भारत में होने वाले औद्योगिकीकरण को भी माना गया है।
  • इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में इसका दौर न सिर्फ जारी रहेगा बल्कि भविष्य में और आगे जायेगा।