यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स ब्रेन बूस्टर (विषय: ट्राइफेड: आभासी कार्यालय का उदघाटन (TRIFED: Virtual Office Inaugurated)

यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए ब्रेन बूस्टर (Brain Booster for UPSC & State PCS Examination)


यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स ब्रेन बूस्टर (Current Affairs Brain Booster for UPSC & State PCS Examination)


विषय (Topic): ट्राइफेड: आभासी कार्यालय का उदघाटन (TRIFED: Virtual Office Inaugurated)

ट्राइफेड: आभासी कार्यालय का उदघाटन (TRIFED: Virtual Office Inaugurated)

चर्चा का कारण

  • जनजातीय मामलों के मंत्रलय के अंतर्गत भारतीय जनजातीय सहकारी विपणन विकास परिसंघ (ट्राइफेड) जनजातियों की आर्थिक मदद कर इन्हें सशक्त बनाने और मुख्यधारा में जोड़ने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए ट्राइफेड के आभासी कार्यालय (Virtual office) का भी उदघाटन किया गया।
  • गौरतलब है कि भारत में अभी भी 200 आदिम जनजातियाँ देश के विभिन्न हिस्सों में पाई जाती हैं।

प्रमुख बिन्दु

  • जनजातीय मामलों के मंत्रलय के अंतर्गत ट्राइबल कोऑपरेटिव मार्केटिंग डेवलपमेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ट्राइफेड) ने 6 अगस्त, 2020 को अपने 33वें स्थापना दिवस के अवसर पर जनजातीय जीवन में बदलाव लाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
  • मौजूदा चुनौतीपूर्ण समय में उद्यम एवं वाणिज्य के जरिये जनजातीय सशक्तीकरण के अपने मिशन को पूरा करने के लिए तेजी से कार्य करते हुए ट्राइफेड ने रोजगार एवं आजीविका सृजन में जनजातीय लोगों की मदद करने के अपने प्रयासों को दोगुना कर दिया है।
  • कोविड-19 के कारण पैदा हुए संकट ने आदिवासी कारीगरों और वनवासी वनोपज संग्रहकर्ताओं सहित गरीब एवं समाज के हाशिए पर रहने वाले समुदायों की आजीविका को गंभीर आघात किया है। ट्राइफेड ने इस उभरती परिस्थिति में रणनीतिक रूप से अपनी प्रतिक्रिया दी है। इस संदर्भ में डिजिटलीकरण रणनीति काफी महत्वपूर्ण है।

ट्राइफेड वर्चुअल ऑफिस

  • देशभर में इस वैश्विक महामारी के प्रसार के साथ ही जीवन का हरेक पहलू ऑनलाइन हो गया है। ट्राइफेड वर्चुअल ऑफिस नेटवर्क में 81 ऑनलाइन वर्कस्टेशन और 100 अतिरिक्त कवरेज वाले राज्य एवं एजेंसी वर्कस्टेशन हैं। ये वर्कस्टेशन देश भर में अपने सहयोगियों के साथ काम करने वाले ट्राइफेड योद्धाओं की टीम-चाहे नोडल एजेंसियां हों अथवा कार्यान्वयन एजेंसियां- की मदद करेंगे ताकि जनजातीय लोगों को मुख्यधारा के विकास में शामिल करने की दिशा में मिशन मोड में काम किया जा सके।
  • इसके तहत जनजातीय वाणिज्य को बढ़ावा देने और उसका खाका तैयार करने तथा गांव आधारित जनजातीय उत्पादकों एवं कारीगरों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय बाजारों से जोड़ने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानकों के साथ एक ई-प्लेटफॉर्म की स्थापना की गई है।

ट्राइफेड की स्थापना

  • बहु-राज्यीय सहकारी समिति अधिनियम, 1984 के तहत पंजीकृत ट्राइफेड की स्थापना जनजातीय मामलों के मंत्रलय के अंतर्गत एक राष्ट्रीय नोडल एजेंसी के रूप में 1987 में की गई थी। यह सभी राज्यों के आदिवासी लोगों के सामाजिक-आर्थिक विकास की दिशा में काम कर रही है।
  • यह मुख्य रूप से दो कार्य करता है पहला-लघु वन उपज विकास, दूसरा खुदरा विपणन एवं विकास। ट्राइफेड का मूल उद्देश्य आदिवासी लोगों द्वारा जंगल से एकत्र किये गए या इनके द्वारा बनाये गए उत्पादों को बाजार में सही दामों पर बिकवाने की व्यवस्था करना है। गेहूं और धान की सरकारी खरीद के लिए ट्राईफेड, भारतीय खाद्य निगम (FCI) के एजेंट और मोटे अनाजों ,दालों और तिलहनों की सहकारी खरीद में कृषि एवं सहकारिता विभाग के एजेंट के रूप में काम करता है।
  • देश भर में जनजातीय समुदायों के आर्थिक कल्याण को बढ़ावा देते हुए (विपणन का विकास और कौशल में निरंतर उन्नयन के माध्यम से) इन जनजातीय लोगों को सशक्त बनाने के अपने मिशन के तहत ट्राइफेड ने जनजातीय कला एवं शिल्प वाली वस्तुओं की खरीद एवं विपणन के लिए 1999 में नई दिल्ली में अपना पहला रिटेल आउटलेट खोला था, जिसे ट्राइब्स इंडिया नाम दिया गया था।
  • ट्राइफेड द्वारा वन धन योजना के तहत, अब तक 1205 जनजातीय उद्यम स्थापित किए गए हैं। शुरू की गई स्टार्ट-अप योजना में 10 लाख आदिवासी लोग कवर किये गये हैं।