यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स ब्रेन बूस्टर (विषय: "D614G" कोरोना वायरस का नया रूप ("D614G" Corona Virus Facelift)

यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए ब्रेन बूस्टर (Brain Booster for UPSC & State PCS Examination)


यूपीएससी और राज्य पीसीएस परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स ब्रेन बूस्टर (Current Affairs Brain Booster for UPSC & State PCS Examination)


विषय (Topic): "D614G" कोरोना वायरस का नया रूप ("D614G" Corona Virus Facelift)

"D614G" कोरोना वायरस का नया रूप ("D614G" Corona Virus Facelift)

चर्चा का कारण

  • हाल ही में मलेशिया में कोरोना वायरस (Corona virus) का एक नया स्ट्रेन (strain) मिला है। वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना वायरस का यह स्ट्रेन पहले के मुकाबले 10 गुना ज्यादा संक्रामक है।
  • कई अध्ययन से यह भी पता चला है कि इस वायरस पर किसी भी मौजूदा टीके का असर बेहद कम होने की संभावना है।

पृष्ठभूमि

  • कोविड-19 वायरस लगातार अपना स्वरूप बदल रहा है। वायरस के इस म्युटेशन की वजह से महामारी की रोकथाम के लिए प्रभावी वैक्सीन विकसित करना बेहद गंभीर चुनौती बनी हुई है ।
  • गौरतलब है कि मलेशिया में कोरोना वायरस के एक नए प्रकार का पता चला है जो मौजूदा कोरोना से 10 गुना अधिक संक्रामक के खतरनाक है। इस तरह के वायरस दूसरे देशों में भी देखे गए हैं, जिसका नाम D614G दिया गया है। D614G का म्युटेशन पहली बार जुलाई 2020 में पाया गया था।

मलेशिया में विस्तार का कारण

  • यह वायरस शिवगंगा क्लस्टर मलेशिया में खोजा गया है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, यह स्ट्रेन इस क्लस्टर में संक्रमित मिले 45 लोगों के समूह में 3 लोगों में पाया गया। बताया जा रहा है कि यह वायरस भारत से लौटे एक रेस्तरां के मालिक के जरिए फैला। इस शख्स ने यात्र के बाद 14 दिन के क्वारंटाइन नियम का भी पालन नहीं किया। विदित हो कि होम क्वारंटीन का उल्लंघन करने के आरोप में मलेशियाई सरकार ने पांच महीने की जेल और जुर्माना की सजा सुनाई थी।
  • मलेशिया के ही एक और क्लस्टर में इस स्ट्रेन के मामले सामने आए हैं, जिसमें लोग फिलपींस से लौटकर मलेशिया आए थे। फ्रलोरिडा की स्क्रिप्स यूनिवर्सिटी में हुई रिसर्च के अनुसार, यह म्यूटेटेड वायरस इंसानी कोशिकाओं में घुसने में ज्यादा सक्षम है। शोधकर्ताओं के अनुसार, स्पाइक प्रोटीन्स में बदलाव से वह एक साथ जुड़कर कोशिकाओं पर हमला करने की क्षमता बढ़ा लेता है। मलेशिया में अब तक कोराना वायरस के 9200 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 8859 लोग स्वस्थ हो चुके हैं और 125 लोगों की जान गई है।

D614G

  • D614G उस प्रोटीन में मिलता है जो वायरस के स्पाइक को बनाता है। यही स्पाइक हमारी कोशिकाओं में सेंध लगाता है। यह म्यूटेशन अमीनो एसिड को D (एस्पासर्टिक एसिड) से G (ग्लाइसिन), पोजिशन 614 पर बदलता है। इसीलिए इसका नाम D614G रखा गया है। D614G पहली बार फरवरी में य ूरा ेप के भीतर सामने आया था। इसके बाद से SARS-CoV-2 का एक प्रमुख वैरिएंट बन गया है। दुनियाभर के सैंपल्स में यह स्ट्रेन मिला है।

क्या कोविड-19 वैक्सीन की दक्षता प्रभावित होने की संभावना है?

  • विशेषज्ञों का तर्क है कि म्युटेशनो का टीकों की दक्षता पर असर पड़ने की सम्भावना नहीं है, उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता तो भी एक से अधिक वैक्सीन की जरूरत नहीं होती।
  • हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी कहा कि अब तक ऐसा कोई ठोस सबूत नहीं मिला है, जिससे कहा जा सके कि कोरोना वायरस का यह स्ट्रेन ज्यादा गंभीर बीमारी फैला सकता है।